जमशेदपुर की छात्रा देबाश्री रॉय इस साल एक्सएलआरआई से पीएचडी करने वाली शहर की एकमात्र छात्रा बन गई हैं। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि एक्सएलआरआई भारत के शीर्ष बिजनेस स्कूलों में से एक है, और जमशेदपुर का कोई भी छात्र जिसे इसके डॉक्टरेट कार्यक्रम में स्वीकार किया जाता है, उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है।
हम आपको बता दे कि देबश्री एक्सएलआरआई के प्रमुख कार्यक्रम – पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (पीजीडीएम) की पूर्व छात्रा हैं। वह पिछले पांच वर्षों से बैंकिंग क्षेत्र में काम कर रही हैं और अब एक्सएलआरआई से अर्थशास्त्र में पीएचडी कर रही हैं। देबश्री से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि कैसे वह अपनी पढ़ाई में योगदान के लिए अपने परिवार और दोस्तों की आभारी हैं।
देबाश्री रॉय एक्सएलआरआई से पीएचडी करने वाली जमशेदपुर की पहली छात्रा बनीं: जमशेदपुर की एक छात्रा देबाश्री रॉय ने इस साल एक्सएलआरआई से पीएचडी करने वाली शहर की एकमात्र छात्रा बनकर इतिहास रच दिया है। एक्सएलआरआई भारत के शीर्ष बिजनेस स्कूलों में से एक है और देबाश्री की उपलब्धि उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है।
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देबश्री एक्सएलआरआई के फ्लैगशिप प्रोग्राम – पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (पीजीडीएम) की पूर्व छात्रा हैं। वह पिछले पांच वर्षों से बैंकिंग क्षेत्र में काम कर रही हैं, और अब एक्सएलआरआई से अर्थशास्त्र में पीएचडी कर रही हैं। देबश्री जमशेदपुर से एक्सएलआरआई के डॉक्टरेट कार्यक्रम का हिस्सा बनने वाली पहली छात्रा हैं। यह उच्च शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को तैयार करने की शहर की क्षमता का संकेत है।
उसकी पारिवारिक पृष्ठभूमि: देबश्री के पिता टाटा स्टील के पूर्व कर्मचारी हैं, और उनकी माँ एक गृहिणी हैं। आर्थिक रूप से वंचित पृष्ठभूमि से आने के बावजूद, देबाश्री अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के माध्यम से अपनी सफलता हासिल करने में सफल रही हैं।
देबश्री के शब्द:
अपने शब्दों में, देबश्री ने पढ़ाई के दौरान अपने परिवार और दोस्तों से मिले समर्थन के लिए अपना आभार व्यक्त किया।
निष्कर्ष: एक्सएलआरआई से पीएचडी करने में देबाश्री रॉय की सफलता उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है। उनकी उपलब्धि जमशेदपुर की उन छात्रों को तैयार करने की क्षमता का भी प्रतिबिंब है जो उच्च शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं।
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