झारखंड में राजनीतिक उठा पटक के बाद झारखंड को अब अपने 12वें मुख्यमंत्री के रूप में चंपई सोरेन मिल चुके है। नए मुख्यमंत्री के तौर पर श्री चंपई सोरेन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह बहुत बड़ा दायित्व है जो हमको मिला है। और इस दायित्व को वो अच्छा से निभाएंगे। उन्होने कहा जैसा की सभी लोग जानते हैं कि झारखण्ड एक खनिज संपदा से भरा हुआ प्रदेश है, और इसके विकास में ये सहायक हो इसके लिए वो हरसंभव प्रयास करेगें।
कैसे है नए मुख्यमंत्री
झारखंड के नए मुख्यमंत्री 68 वर्षीय श्री चंपई सोरेन एक कर्मठ व्यक्ति है। झारखंड को एक अलग प्रदेश बनाने के आंदोलन से लेकर प्रदेश के सर्वांगिक विकास में उनकी अहम भूमिका रही है। चंपई सोरेन की सोशल मीडिया के कारण एक अलग पहचान है वह उन चुनिंदा नेताओं में से है जो हर दिन सोशल मीडिया पर दो लोगों की मदद जरूर करते हैं हर गरीब असहाय मजदूर वह जरूर जरूरतमंद की मदद की जा सके यही उनका समग्र प्रयास होता है। और इसके लिए न केवल सरायकेला और कोल्हान बल्कि संपूर्ण झारखंड में उन्होंने समग्रता की नीति अपनाई है।
लोगो की मदद का अनोखा तरीका
श्री चंपई सोरेन सोशल मीडिया पर आम जनता की मदद करने के लिए सदा तत्पर होते है। और इसके लिए वो एक अनोखा तरीका अपनाते हैं, वो हर शिकायत के साथ संबद्ध अधिकारी को भी टैग करते है। जिस अधिकारी के समक्ष समस्या का समाधान करने की बाध्यता होती है और समाधान के बाद श्री चंपई सोरेन अधिकारी को थैंक यू बोलना भी नहीं बोलते। वे सोशल मीडिया को लोगो के साथ जुड़ने का एक महत्वपूर्ण साधन मानते है।
कैसे चंपई सोरेन और हेमंत सोरेन संबंधी है
जनवरी माह में चंपई सोरेन ने रांची, गिरिडीह, बोकारो, हजारीबाग , सरायकेला, पलामू, धनबाद सहित कई जिलों के लोगों की मदद की है और अक्सर ही लोग पेंशन, इलाज और अन्य जरूरत के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से इनसे गुहार लगाते रहते है।
परिवहन मंत्री की जिम्मेदारी संभालने के दौरान उन्होंने लोगो की मदद के लिए विभागों की दीवार तोड़ दी और लोगों की स्वास्थ्य संबंधी सभी समस्याओं का समाधान भी किया। इसके साथ ही वे प्रदेश के आम जनों के पेंशन,इलाज, बिल माफी, राशन कार्ड में गड़बड़ी आदि शिकायतो के समाधान का भी प्रयास करते रहते है।
अक्सर लोगों को यह गलतफहमी होती है कि चंपई सोरेन और हेमंत सोरेन संबंधित है लेकिन आपको बता दे की चौपाई सोरेन शिबू सोरेन(पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पिता) के साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक सदस्यों में से एक है। और उनका कोई निजी संबंध नहीं है। चंपई सोरेन, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद, 2 फरवरी 2024 से झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत है।
Also read: Kashmir of Jharkhand: यहां की खूबसूरती के आगे शिमला और मनाली भी हो जायेंगे फेल