CM Soren Helped Studies Boy Ankit: दोस्तों हम सभी ने अक्सर सुनाओ बाकी कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, क्योंकि भले ही आपके पास उचित संसाधन ना हो लेकिन अगर आप निरंतर प्रयास करते रहते हैं, तो एक न एक दिन आप का प्रयास सफल जरूर होता है। बस हमें अपने काम को पूरी निष्ठा के साथ करते जाना चाहिए, और ठीक है कुछ ऐसा ही देखने को मिला है झारखंड के एक छोटे से गांव में रहने वाले अंकित के साथ।
अंकित को मिली बड़ी मदद: दोस्तों आज हम बात कर रहे हैं बोकारो जिले में रहने वाली एक मेधावी छात्र अंकित कुमार की। दरअसल इन्होने साल 2022 की मैट्रिक परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन दिखाते हुए करीब 96% अंक अर्जित किए, और खुद का और अपने परिवार का नाम भी रोशन किया। पर वही जब बात आई आगे की पढ़ाई की, तो गरीबी के चलते अंकित आगे की पढ़ाई करने में असमर्थ थे।
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इस स्थिति में किसी ने भी मदद का हाथ आगे नहीं बढ़ाया तब जाकर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अंकित कुमार को हर प्रकार से मदद करने का निर्देश दिया है। जिसके चलते अब अंकित कुमार बिना किसी परेशानी के अपने आगे की पढ़ाई कर सकते हैं। मुख्यमंत्री के मात्र एक निर्देश से ही अंकित कुमार के पास मदद पहुंचना शुरू हो चुकी है। ऐसे में लगातार हेमंत सोरेन की बहुत तारीफ की जा रही है, कि उन्होंने इसमें सभी छात्र को बिना किसी परेशानी के शिक्षा प्राप्त करने में समर्थ बनाया।
बोकारो प्रशासन पर जिम्मेदारी: जैसा कि हम सभी जानते हैं कि मुख्यमंत्री खुद जाकर मदद तो नहीं कर सकते क्योंकि उन्हें बहुत ही ज्यादा काम होता है। जिसके चलते उन्होंने सिर्फ एक निर्देश दिया और तब से बोकारो प्रशासन हरकत में आ चुकी है और लगातार अंकित कुमार के संपर्क में है और उन्हें हर प्रकार की संभव मदद कर रही है। जिस खराब आर्थिक स्थिति के चलते अंकित कुमार आगे की पढ़ाई करने में असमर्थ थे, वही अब उनके रास्ते में कोई बाधा नहीं रहेगी और फिर आगे चलकर उम्मीद है की वे झारखंड और देश का नाम भी रोशन करेंगे।
माता और पिता की स्थिति: आपको बता दें कि अंकित कुमार के परिवार में उनके पिता जोकि शारीरिक रूप से बहुत ही कमजोर हैं और कोई काम नहीं कर पाते हैं। और अगर उनकी माता की बात की जाए तो वह एक समय मजदूर का कार्य किया करती थी, पर एक वाहन दुर्घटना के दौरान अभाग्यवश उनके हाथ और पैर टूट गए। जिसके चलते परिवार का सारा बोझ अंकित के कंधों पर आ गया। अपने परिवार चलाने के साथ ही साथ अंकित ने मेहनत करके मैट्रिक परीक्षा में 96% अंक हासिल की जो कि बहुत ही बड़ी बात है।