झारखंड वासियों के लिए आज का दि बड़ा महत्व रखता है क्योंकि इसी दिन धरती आबा भगवान बिरसा की पुण्यतिथि है इस अवसर पर झारखंड के मुख्यमंत्री सीएम चंपई सोरेन व राज्यपाल क राधाकृष्णन ने रांची में स्थित भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान में उन्हें पुष्प अर्जित कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी इस मौके पर मुख्यमंत्री ने उनके बलिदानों को याद करते हुए क्या कहा चलिए आपको बताते हैं।
चंपई सोरेन ने क्या कहा
CM सोरेन ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर उनको श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि बिरसा मुंडा एक आदिवासी नेता थे जिन्होंने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ लड़ाई लड़ी और आदिवासियों के लिए जल, जंगल, जमीन की रक्षा की। आज झारखंड में आदिवासी, मूलवासी जीतने हक से रहते है उसमें उनका बहुत बड़ा योगदान है।
उनके कारण ही आज राज्य में सीएनटी एक्ट लाया गया यह बिरसा मुंडा की बहुत बड़ी देन है। यह एक्ट ही है जिसके कारण राज्य के आदिवासी और मूलवासी सुरक्षित हैं उनके लिए यह एक्ट सुरक्षा कवच के समान है।
अंग्रेजों को खदेड़ा
भगवान बिरसा मुंडा अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह का बिगुल मात्र 25 वर्ष की आयु में बज चुके थे और उन्होंने अंग्रेजों के नाक में दम कर दिया था उनका जन्म 15 नवंबर 1875 को मुंडा जनजाति में हुआ था, यू तो कद काठी में वे सामान नहीं थे। उनका कद केवल 5 फुट और 4 इंच था लेकिन अंग्रेजों को बड़ी कड़ी चुनौती देने वाले वह एक ऐसे वीर थे जिन्होंने आदिवासी समुदाय के लिए जल जंगल जमीन की रक्षा के लिए उलगुलान का आह्वान किया।